Das wichtigste und noch am Besten erhaltene Alkmanfragment ist das sogenannte große Partheneion, ein Lied, das von Mädchenchören aufgeführt wurde.
Der Papyrus, von dem noch drei Kolonnen lesbar waren, wurde im Jahre 1855 in Saqqâra in Ägypten entdeckt. Man schätzt, dass das Gedicht ursprünglich zehn Strophen von je vierzehn Versen enthielt. Von der ersten Kolonne, in der u.a. der Mythos von der Tötung der Hippokoontiden durch Herakles erzählt wird, ist leider nur die rechte Hälfte bewahrt. Die zwei nächsten Kolonnen, in denen der Chor über sich selbst und den Anlass des Liedes redet, sind aber so gut wie vollständig.
Welcher Göttin das Lied gewidmet war, geht aus dem überlieferten Text nicht hervor. Sie scheint bald Aotis („die Morgengöttin“) und bald Orthria (entweder „die Aufzieherin“ oder ebenfalls „die Morgengöttin“) benannt zu werden. Ob es sich aber um Artemis Ortheia, um Helena oder um irgendeine dritte Göttin, handelt, ist unsicher.
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1 |
[ ] Πωλυδεύκης· |
[...] Polydeukes. |
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οὐκ ἐγὼν Λύκαισον ἐν καμοῦσιν ἀλέγω |
Ich rechne nicht Lykaithos unter den gefallenen |
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[ Ἐνα]ρσφόρον τε καὶ Σέβρον ποδώκη |
noch Enarsphoros und den fußschnellen Thebros |
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[ ]ν τε τὸν βιατὰν |
und [...], den Gewalttäter, |
5 |
[ ]. τε τὸν κορυστὰν |
und [...], den Krieger, |
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Εὐτείχη τε Ϝάνακτά τ᾽ Ἀρήιον |
und Euteiches und König Areïos |
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[ ]ά τ᾽ ἔξοχον ἡμισίων· |
und [...], hervorragend unter den Halbgöttern, |
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[ ]ν τὸν ἀγρόταν |
und [...], den Heeresführer(?), |
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[ ] μέγαν Εὔρυτόν τε |
[...] groß und Eurytos |
10 |
[ ]πώρω κλόνον |
[...] Getümmel |
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[ ]. τε τὼς ἀρίστως |
und[...], die besten |
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[ ] παρήσομες |
[...] werden wir vorbeigehen. |
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[ ]αρ Αἶσα παντῶν |
[...] Aisa von allen |
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[ ] γεραιτάτοι |
[...] die ehrwürdigsten |
15 |
[ ἀπ]έδιλος ἀλκὰ |
[...] ein sandalloser Schutz |
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[μή τις ἀνθ]ρώπων ἐς ὠρανὸν ποτήσθω |
Man soll nicht zum Himmel fliegen |
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[ μηδὲ πη]ρήτω γαμὲν τὰν Ἀφροδίταν |
und versuchen, Aphrodite zu heiraten, |
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[ ]άν[α]σσαν ἤ τιν᾽ |
[...] Königin, oder eine |
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[ ] ἢ παίδα Πόρκω |
[...] oder Porkos' Tochter |
20 |
[ Χά]ριτες δὲ Διὸς δ[ό]μον |
Zeus' Wohnung hausen die Chariten, |
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[ ]σιν ἐρογλεφάροι· |
die auf die Augenlider Liebe gießen. |
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[ ]τάτοι |
[...]sten |
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[ ]τα δαίμων |
[...] Gott |
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[ ]ι φίλοις |
[...] den lieben |
25 |
[ ]ωκε δῶρα |
[...] gab Geschenke |
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[ ]γαρέον |
[...] |
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[ ]ώλεσ᾽ ἥβα |
[...] starb die Jugend |
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[ ]ρονον |
[...] Thron(?) |
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[ ].ταίας |
[...] vergeblichen |
30 |
[ ]έβα· τῶν δ᾽ ἄλλος ἰῶι |
[...]ging; einer von ihnen wurde von einem Pfeil |
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[ ] μαρμάρωι μυλάκρωι |
[...] von einem Mühlenstein aus Marmor |
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[ ].εν Ἀΐδας |
[...] Hades |
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[ ]αυτοι |
[...] |
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[ ]πον· ἄλαστα δὲ |
[...]. Sie erlitten |
35 |
ἔργα πάσον κακὰ μησαμένοι· |
unvergessliche Qualen wegen ihrer bösen Pläne. |
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ἔστι τις σιῶν τίσις· |
Denn die Götter zahlen heim. |
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ὁ δ᾽ ὄλβιος, ὅστις εὔφρων |
Derjenige ist glücklich, der froh |
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ἁμέραν [δι]απλέκει |
den ganzen Tag durchläuft |
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ἄκλαυτος· ἐγὼν δ᾽ ἀείδω |
ohne Tränen. Ich werde aber von Agidos |
40 |
Ἀγιδῶς τὸ φῶς· ὁρῶ |
Licht singen. Ich sehe sie |
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.᾽ ὥτ᾽ ἄλιον, ὅνπερ ἇμιν |
wie die Sonne, von deren Schein |
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Ἀγιδὼ μαρτύρεται |
Agido uns eine Zeugin |
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φαίνεν· ἐμὲ δ᾽ οὔτ᾽ ἐπαινὲν |
ist. Dass ich sie preise |
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οὔτε μωμέσθαι νιν ἁ κλεννὰ χοραγὸς |
oder tadle, erlaubt die geehrte Chorleiterin aber |
45 |
οὐδ᾽ ἁμῶς ἐῆι· δοκεῖ γὰρ ἤμεν αὔτα |
keineswegs, denn sie scheint selbst, |
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ἐκπρεπὴς τὼς ὥπερ αἴτις |
hervorragend zu sein, ganz wie wenn man |
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ἐν βοτοῖς στάσειεν ἵππον |
ein Pferd auf das Gras setzen würde, |
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παγὸν ἀεθλοφόρον καναχάποδα |
stur, einen Preisträger, mit donnernden Hufen, |
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τῶν ὑποπετριδίων ὀνείρων· |
aus den beflügelten(?) Träumen. |
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50 |
ἦ οὐχ ὁρῆις; ὁ μὲν κέλης |
Siehst du es denn nicht? Das da ist ein venetisches |
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Ἐνετικός· ἁ δὲ χαίτα |
Rennpferd, während die Mähne |
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τᾶς ἐμᾶς ἀνεψιᾶς |
meiner Kusine |
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Ἁγησιχόρας ἐπανθεῖ |
Hagesichora ja blüht |
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χρυσὸς [ὡ]ς ἀκήρατος· |
wie pures Gold. |
55 |
τό τ᾽ ἀργύριον πρόσωπον, |
Ihr Gesicht ist silbern |
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διαφάδαν τί τοι λέγω; |
- warum soll ich alle Einzelheiten ausmalen? |
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Ἁγησιχόρα μὲν αὕτα· |
Das ist ja Hagesichora. |
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ἁ δὲ δευτέρα πεδ᾽ Ἀγιδὼ τὸ εἶδος |
Sie rennt wie die zweite hinter Agido im Aussehen (?), |
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ἵππος Εἰβηνῶι Κολαξαῖος δραείήται· |
ein Kolaxäer Pferd gegen ein Ibener. |
60 |
ταὶ Πελειάδες γὰρ ἇμιν |
Denn die Pleiaden kämpfen mit uns(?), |
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Ὀρθρίαι φᾶρος φεροίσαις |
als wir Orthria ein Kleid bringen, |
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νύκτα δι᾽ ἀμβροσίαν ἅτε Σίριον |
und sie gehen durch die unsterbliche Nacht |
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ἄστρον αὐειρομέναι μάχονται· |
auf wie Sirius der Stern. |
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οὔτε γάρ τι πορφύρας |
Purpur gibt es aber nicht |
65 |
τόσσος κόρος ὥστ᾽ ἀμύναι, |
ausreichend, um sich wehren zu können, |
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οὔτε ποικίλος δράκων |
noch einen bunten Schlangenschmuck |
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παγχρύσιος, οὐδὲ μίτρα |
aus reinem Gold noch eine Mitra |
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Λυδία, νεανίδων |
aus Lydien, der veiläugigen |
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ἰανογ[λ]εφάρων ἄγαλμα, |
Mädchen Zierde, |
70 |
οὐδὲ ταὶ Ναννῶς κόμαι, |
noch Nannos Haare, |
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ἀλλ᾽ οὐ[δ᾽] Ἀρέτα σιειδής, |
aber auch nicht die göttliche Areta |
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οὐδὲ Σύλακίς τε καὶ Κλεησισήρα, |
noch Thylakis und Kleesithera, |
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οὐδ᾽ ἐς Αἰνησιμβρ[ό]τας ἐνθοῖσα φασεῖς· |
und du wirst nicht zu Ainesimbrota gehen und sagen: |
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Ἀσταφίς [τ]έ μοι γένοιτο |
Möchte Astaphis mein sein, |
75 |
καὶ ποτιγλέποι Φίλυλλα |
und möchte Philylla mich ansehen |
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Δαμαρ[έ]τα τ᾽ ἐρατά τε Ἰανθεμίς· |
und Damareta und die liebe Ianthemis. |
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ἀλλ᾽ Ἁγησιχόρα με τείρει. |
Nein, mich quält Hagesichora! |
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οὐ γὰρ ἁ κ[α]λλίσφυρος |
Ist ja nicht Hagesichora |
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Ἁγησιχ[ό]ρ[α] πάρ᾽ αὐτεῖ, |
mit den schönen Knöcheln bei uns, |
80 |
Ἀγιδοῖ.... αρμένει |
und ist nicht Agido [hier] |
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θωστήρ[ιά τ᾽] ἅμ᾽ ἐπαινεῖ. |
und preist unser Fest? |
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ἀλλὰ τᾶν [..]... σιοὶ |
Aber, Götter, höhrt ihre [Gebete]. |
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δέξασθε· [σι]ῶν γὰρ ἄνα |
Denn an den Göttern liegen die Erfüllung |
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καὶ τέλος· [χο]ροστάτις, |
und Vollziehung. Chorleiterin, |
85 |
εἴποιμί κ᾽, [ἐ]γὼν μὲν αὐτὰ |
wenn ich reden darf, ich bin ja selbst |
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παρσένος μάταν ἀπὸ θράνω λέλακα |
lediglich ein Mädchen, das vergebens vom Balken heult |
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γλαύξ· ἐγὼ[ν] δὲ τᾶι μὲν Ἀώτι μάλιστα |
wie die Eule. Ich will ja zunächst Aotis |
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ἁνδάνην ἐρῶ· πόνων γὰρ |
behagen. Denn sie ist die Ärztin |
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ἇμιν ἰάτωρ ἔγεντο· |
unserer Qualen geworden. |
90 |
ἐξ Ἁγησιχόρ[ας] δὲ νεάνιδες |
Es ist aber Hagesichora zu verdanken, |
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ἰρ]ήνας ἐρατ[ᾶ]ς ἐπέβαν· |
dass die Mädchen zum lieben Frieden gelangt sind. |
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τῶ]ι τε γὰρ σηραφόρωι |
Denn dem Seilträger |
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..]τῶς εδ........... |
also [...] |
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τ[ῶι] κυβερνάται δὲ χρὴ |
Man muss auf dem Schiff zunächst |
95 |
κ[ἠ]ν νᾶϊ μάλιστ᾽ ἀκούεν· |
dem Kapitän gehorchen. |
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ἁ δὲ τᾶν Σηρην[ί]δων |
Sie ist zwar nicht eine bessere |
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ἀοιδοτέρα μ[ὲν οὐχί, |
Sängerin als die Sirenen. |
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σιαὶ γάρ, ἀντ[ὶ δ᾽ ἕνδεκα |
Die sind ja Göttinnen, und statt [elf] |
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παιδῶν δεκ[ὰς ἅδ᾽ ἀείδ]ει· |
singen hier zehn Mädchen. |
100 |
φθέγγεται δ᾽ [ἄρ᾽] ὥ[τ᾽ ἐπὶ] Ξάνθω ῥοαῖσι |
Sie tönt wie einst bei Xanthos' Strom |
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κύκνος· ἁ δ᾽ ἐφειμέρωι ξανθᾶι κομίσκαι |
der Schwan. Mit den reizvollen blonden Haaren |
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[ ] |
[...] |
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[ ] |
[...] |
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[ ] |
[...] |
105 |
[ ] |
[...]. |